Football legend Chuni Goswami dies
Updated: | Fri, 01 May 2020 07:35 AM (IST)
कोलकाता। Chuni Goswami Dies: भारत के महान फुटबॉलर Chuni Goswami का निधन हो गया। 1962 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान Chuni Goswami का दिल का दौरा पड़ने की वजह से गुरुवार को देहांत हुआ। वे 82 साल के थे। वे एक उम्दा क्रिकेटर भी रहे और रणजी ट्रॉफी में उन्होंने बंगाल टीम का नेतृत्व भी किया था।
चुन्नी गोस्वामी का जन्म बंगाल के किशोरगंज जिले में हुआ था जो अब बांग्लादेश में है। उनका असली नाम सुबिमल गोस्वामी था लेकिन वो चुन्नी गोस्वामी के नाम से ही जाने जाते रहे। वे मोहन बागान का प्रतिनिधित्व किया करते थे। उन्होंने 1956 से 1964 के बीच 50 इंटरनेशनल मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनके नेतृत्व में ही भारत ने 1962 के एशियाई खेलों में फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था। उन्हें 1963 में अर्जुन पुरस्कार और 1983 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
क्रिकेट में भी किया कमाल:
30 साल की उम्र में फुटबॉल को अलविदा कहने के बाद चुन्नी गोस्वामी ने अपने दूसरे प्यार क्रिकेट को अपनाया। उन्होंने 1962 से 1973 के बीच बंगाल की तरफ से 46 फर्स्ट क्लास मैचों में हिस्सा लिया। 1971-72 में उनके नेतृत्व में बंगाल की टीम रणजी ट्रॉफी फाइनल में भी पहुंची थी, जहां उसे मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
गैरी सोबर्स भी उनकी प्रतिभा के कायल:
दुनिया के महान ऑलराउंडर सर गैरी सोबर्स भी चुन्नी गोस्वामी की प्रतिभा के कायल थे और उन्होंने अपनी आत्मकथा में भी चुन्नी गोस्वामी का जिक्र किया था। उन्होंने 1967 में गैरी सोबर्स की वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ अभ्यास मैच में संयुक्त क्षेत्रीय टीम की तरफ से खेलते हुए आठ विकेट लिए थे।
BCCI ने जताया शोक:
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने चुन्नी गोस्वामी के निधन पर शोक जताया। बीसीसीआई ने ट्वीट कर कहा कि वे सही मायनों में एक शानदार ऑलराउंडर थे। उन्होंने भारतीय फुटबॉल टीम का नेतृत्व कर उसे 1962 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक दिलाया और फिर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने नेतृत्व में बंगाल को 1971-72 में रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचाया।
Posted By: Kiran K Waikar
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